सहारनपुर:। मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने कहा कि कोरोना के मरीज तथा लक्षणयुक्त व्यक्तियों को मेडिकल किट वितरण में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि मण्डल में शत-प्रतिशत कोरोना पाॅजिटिव तथा लक्षणयुक्त व्यक्तियों को कोरोना की मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि प्रत्येक प्रभारी चिकित्साधिकारी अपनी टीम के माध्यम से यह सुनिश्चित करे कि उनके क्षेत्र में सभी मरीजों और लक्षणयुक्त व्यक्तियों को मेडिकल किट मिल चुकी है। उन्होने कहा कि मेडिकल किट में कम से कम 05 दिन की दवाई पम्पलेट के साथ होनी चाहिए। उन्होने कहा कि दवाई के पैकेट बनाने, वितरण करने, ए0एन0एम0 तथा निगरानी समितियों से वार्ता कर स्थिति जानने में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए। उन्होने एमओआईसी को निर्देश दिये कि प्रत्येक चिकित्सालय पर एक रजिस्टर बनाया जाए जिसमें उस चिकित्सालय के क्षेत्र में आने वाले गावं, किस गांव में कितने मरीज है, कितनी ए0एन0एम0 है, कितनी मेडिकल किट वितरित की गयी है आदि सभी विवरण होना अनिवार्य होगा। उन्होने कहा कि निरीक्षण के दौरान प्रत्येक चिकित्सालय पर यह रजिस्टर उनके द्वारा स्वयं देखा जाएगा तथा कमी मिलने पर संबंधित के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। प्रभारी चिकित्साधिकारी अपनी टीम से लगातार सम्पर्क बनाए रखें और सभी अपने दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करें। उन्होने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगोह के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ0 रोहित वालिया के शत-प्रतिशत मेडिकल किट वितरण पर प्रशंसा व्यक्त की तथा अन्य प्रभारी चिकित्साधिकारियों को भी ऐसे ही कार्ययोजना अपनाने को कहा।
श्री ए0वी0राजमौलि आज अपने कैम्प कार्यालय में वर्चुअल बैठक के माध्यम से मण्डल के अपर जिलाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्साधिकारियों को यह निर्देश दिये। उन्होने सभी अपर जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निरन्तर आपदा प्रबन्धन समिति की बैठक की जाए। अपर जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि जनपद में आने वाले आॅक्सीजन टैंकरों को समय से अनलोड कराया जाए। उन्होने कहा कि टैंकरों के चालकों के लिए बेहतर और पौष्टिक भोजन व पानी की व्यवस्था की जाए। उन्होने कहा कि आॅक्सीजन टैंकर के अनलोडिंग वाले स्थान, तकनीशियन, पाईपलाईन आदि की स्थिति पहले ही देख ली जाए जिससे अनलोडिंग में ज्यादा समय नष्ट न हों। उन्होने कहा कि जिला अस्पताल, मेडिकल काॅलेज तथा कोविड हाॅस्पिटल में आॅक्सीजन प्लांट के साथ-साथ अन्य प्राइवेट हास्पिटल को भी पहले से ही आॅक्सीजन की बेहतर व्यवस्था रखने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होने कहा सांसद, विधायक और अन्य स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी आॅक्सीजन की उपलब्धता हेतु प्रभावी कदम उठाए जाएं।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि कोविड अस्पतालों में लगे सीसीटीवी कैमरों को एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर से जोडा जाए। उन्होने कहा कि वीडियो काॅल के माध्यम से कोरोना मरीज की उसके परिजनों से वार्ता करायी जाए। उन्होने कहा कि कोविड कमाण्ड सेन्टर से यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल और शौचालयों में बेहतर सफाई के साथ-साथ मरीजो को पौष्टिक भोजन मिल रहा है अथवा नहीं। कोविड कमाण्ड सेन्टर में दूरभाष और कर्मियों की संख्या बढायी जाए। उन्होने निर्देश दिये कि कन्टेनमेंट जोन में नियमों का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही यदि ऐसे क्षेत्रों में कोई प्रेशर हाॅर्न, बिना साईलेंसर के वाहन, ध्वनि प्रदूषण से संबंधित कोई भी कार्य करता है तो संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार जुर्माना लगाते हुए कठोर कार्यवाही की जाए। कोरोना कफ्र्यू में छूट के समय में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का कडाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाए। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक मरीज वाले स्थानों पर अधिक सतर्कता बरती जाए।
श्री ए0वी0राजमौलि ने निर्देश दिये कि प्रत्येक चिकित्सालय पर उपलब्ध ऐम्बुलेंस हर समय सुचारू रूप से क्रियाशील रहनी चाहिए। उन्होने कहा कि कोविड मरीजों के लिए समर्पित एम्बुलेंस के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को लाने और ले जाने वाली एम्बुलेंस भी 24 घण्टे क्रियाशील रहनी चाहिए। उन्होने कहा कि प्राईवेट हाॅस्पिटल के बाहर आयुष्मान भारत योजना का बोर्ड लगा होना चाहिए जिससे गरीबों को ईलाज कराने में कोई परेशानी न हो। उन्होने कहा कि टीकाकरण हेतु पहले ही अगले दिन का प्लान तैयार कर लिया जाए जिससे केन्द्रों पर भीड न हो। जिन केन्द्रों पर 45 वर्ष की आयु से ऊपर वाले लाभार्थियों को दूसरी डोज लगनी है वहां एक डिस्पले बोर्ड लगाया जाए जिससे 18 से 44 आयुवर्ग के लाभार्थि वहां एकत्र होकर भीड न करें। उन्होने कहा कि टीकाकरण, स्क्रीनिंग, मेडिकल किट वितरण में किसी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाए।
मण्डलायुक्त ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी गोसंरक्षण केन्द्र पर चारे, पानी, छाया एवं चिकित्सीय सुविधा के अभाव में किसी भी पशु की मृत्यु नहीं होनी चाहिए। उन्होने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मण्डल में कहीं पर भी हैण्डपम्प खराब की स्थिति में न हो साथ ही सभी तालाबों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होने निर्देश दिये कि मरीजों के लिए भोजन बनने वाले स्थानों पर गैस की पर्याप्त उलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होने कहा कि किसानों को खाद, बीज लेने में किसी प्रकार की समस्या न आने पाए। साथ ही गेहूं क्रय केन्द्रों पर कोविड के प्रोटोकाल का पालन करते हुए गेहूं खरीद के साथ-साथ किसानों को भुगतान भी जल्द से जल्द कराया जाए।
वचुअल बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर, अपर जिलाधिकारी शामली सहित मण्डल के पशु चिकित्साधिकारी, जल निगम के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और संबंधित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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